स्कूल के बाद, एक शर्मीली भारतीय किशोरी अपनी आंटियों के राज़ की खोज करती है। हर शाम, वह उसे नई इच्छाओं और सीमाओं का पता लगाते हुए लेती है। तंग लैटिना से लेकर सुडौल देसी तक, हर मुठभेड़ तीव्र ओर्गास्म की ओर ले जाती है। आत्म-खोज और आनंद की एक कामुक यात्रा।.