नदी के किनारे मेरे दोस्त मासूम गर्लफ्रेंड अपने कपड़े उतारती है, अपनी भोलीपन को दिखाती है.पहली बार सार्वजनिक नग्नता का अनुभव करते हुए, वह घबराती हुई फिर भी रोमांचित होती है.उसका छोटा सा फ्रेम और शर्मीला व्यवहार उसे अप्रतिरोध्य बना देता है.अपनी दोस्ती को बनाए रखने और उसके युवा आकर्षण में लिप्त होने के बीच मेरी फट जाती है.